राष्ट्रीय ध्वज - तिरंगा
राष्ट्रीय पक्षी - मोर
राष्ट्रीय पुष्प - कमल
राष्ट्रीय पेड़ - बरगद
राष्ट्रीय फल - आम
राष्ट्रीय गान - राष्ट्र गान
राष्ट्रीय नदी - गंगा नदी
राष्ट्रीय प्रतीक - अशोक चिन्ह
राष्ट्रीय आदर्श वाक्य - सत्यमेव जयते
राष्ट्रीय पशु - बाघ
राष्ट्रीय गीत - वन्दे मातरम्
राष्ट्रीय खेल- हॉकी
राष्ट्रीय केलेंडर - शक संवत पंचांग
हमारे राष्ट्रीय प्रतीक हमारा गौरव हैं | हमारी पहचान हैं | इनका सम्मान करना और इन्हें सहेजना हम सबकी जिम्मेदारी है |
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनायें
22 comments:
सुंदर सार्थक प्रस्तुति चैतन्य .....देश से दूर रहकर भी अपने देश की चीजों से इतने पास हो और उसका मूल्य भी समझते हो .....ऐसे ही सुसंस्कृत संस्कार उपजते हैं.....शुभकामनायें .....
चैतन्य को सिखाते समझाते बहुत कुछ मैं भी सीख समझ रही हूँ......
सार्थक प्रस्तुति चैतन्य ....
वाह चैतन्य...आपने बढ़िया संकलन प्रस्तुत किया
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ!!
प्रभावी प्रस्तुति ||
गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें-
गणतन्त्र दिवस की शुभकामनायें-
http://www.divshare.com/download/13868491-5ae
गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं
interesting and very nice....
happy republic day...
:-)
वाह, बहुत अच्छा..
और राष्ट्रिय चेतना - बहुत उदार | गणतंत्र दिवस की बधाई |
देश के 64वें गणतन्त्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
--
आपकी पोस्ट के लिंक की चर्चा कल रविवार (27-01-2013) के चर्चा मंच-1137 (सोन चिरैया अब कहाँ है…?) पर भी होगी!
सूचनार्थ... सादर!
बहुत सुन्दर..शुभकामनाएं चैतन्य.
आज एक नन्हे ज्ञानी से कुछ सीखा .....
आभार!
आशीर्वाद!
गणतंत्र दिवस २६/०१/२०१३ विशेष ब्लॉग बुलेटिन ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सब को गणतंत्र दिवस की बहुत बहुत हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएं ! आज की ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
प्रिय चैतन्य जी आपने बहुत ही उपयोगी और खूबसूरत बातें बताईं हैं । इनमें आप राष्ट्रीय कैलेण्डर और शामिल कर लीजिये वह है शक् संवत पंचांग
जी शामिल कर लिया है ...... आभार
अभिनन्दन चैतन्य अमित अभिनन्दन
मैने कुछ पक्तियाँ तु्म्हारे लिए लिखी है अगर आप वढ़े है तो खुद पढ़े अगर छोटे है तो माता जी से सुनें और मेरे ब्लागों पर आए मैने विद्यार्थियों के लिए एक ब्लाग http://gyankusum.blogspot.in बनाया है जो तुम्हारी अब तथा वड़े होते हुये हैल्प करेगा सो वहाँ नित्य पहुँचें और मुझे अपनी आयु जरुर वताऐं।
संस्कृति की एसी अमिट छाप
जो बच्चा माँ से पाता है
सच कहता हूँ प्यारे वेटे
जग सफल वही बन जाता है
बस रखते रहिये याद सदा
अपनी माता की बातों को
फिर पाओगे तुम जहाँ नया
काटोगें तम को आतप को
चैतन्य नाम पाया तुमने
चैतन्य करो जगती को तुम
भर दो फिर से तुम जगती में
नव श्वास संस्कृति की तुम
तुमको आशीष मेरा प्रिय वर
तुमको शुभकामनाऐं मेरी
मकर संक्रान्ति व गणतंत्र दिवस
अभिनन्दन संग आशा मेरी
तुम पढ़ो लिखो गुण वान बनो
तुम भर दो जग में गरिमा भू की
तुम कुछ फिर एसा काम करो
लौटे गरिमा भारत भू की
तुम्हारी आश करे भारत
माताऐं आश करे तेरी
तुमसे माता का नाम वढ़े
होवें माँ की आशा पूरी
जो मात तुम्हारी साध रही
होवे साधना वह तब पूरी
बहुत अच्छा कलेक्शन है आपका बच्चों को बताने के लिए |बधाई |
आशा
प्रभावी प्रस्तुति
वाह....ये सब जानकारी जरूरी भी है चैतन्य...अच्छा है सीख रहे हो...देखो आज के बच्चे जो तुमसे कितने बड़े हैं उनसे ये सब पूछोगे तो वो बता भी नहीं पायेंगे ये सब..
अच्छी जानकारी ..
बहुत बढियाँ सभी पहचान एक जगह लाऐँ दियेँ ,, हम तो दुई दुई बार पढनी ।
Post a Comment