मैं चैतन्य, 17 साल का हूँ | मैं कॉलेज में पढ़ता हूँ | यह ब्लॉग 15 साल पहले मेरी माँ डॉ. मोनिका शर्मा ने बनाया था । अब मैं खुद अपने पोस्ट मेरे इस ब्लॉग पर शेयर करता हूँ ।
आजकल मैं अपने कैमरे से उन नन्हे पौधों को क्लिक कर रहा हूँ जो बड़े होकर पेड़ बनेंगें । साथ ही हैरान भी हूँ कि इतने बड़े पेड़ कभी इतने छोटे भी होते हैं । Some Clicks by me: )
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। -- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-07-2014) को "सहने लायक ही दूरी दे" {चर्चामंच - 1683} पर भी होगी। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
14 comments:
हम्म जैसे आप अभी नन्हे से हो और ढीरे-धीरे बड़े हो जाओगे वैसे ही ये पेड़ भी बड़े हो जाएंगे … सहेजो इन्हे … खूब बड़े हो जाओ
अच्छा है कि इन्हें बड़े होते देखोगे ..... इनके बहुत महत्व होते हैं समझ रहे हो ये और भी अच्छी बात है
बहुत खूब, बहुत सुंदर तस्वीरें ली है आपने...मंगलकामनाएँ
आज के यह नन्हे पौधे कल तक बीज थे और आनेवाले कल में विशाल वृक्ष बन जाएंगे. यही जीवन है.
best wishes :)
nanhe se poudhon ke sath tum bhi ek din bade ho jaoge .....sundar -sundar photograh ,,
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (23-07-2014) को "सहने लायक ही दूरी दे" {चर्चामंच - 1683} पर भी होगी।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
यही नियम सभी के साथ लागू होता है, सुंदर सोच है, शुभकामनाएं.
रामराम.
वाह पूत के पाँव पालने में -चैतन्य वैज्ञानिक बनेगा और राष्ट्र का नाम रोशन करेगा
आपकी इस पोस्ट को ब्लॉग बुलेटिन की आज कि बुलेटिन राष्ट्रीय झण्डा अंगीकरण दिवस, मुकेश और ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।
वाह ॥ चैतन्य बेहतरीन फोटो खीचे। अब बस इन्हें सींचो और बढ़ते हुये देखो ।आशीर्वाद
ज़रूर बनेंगे, थोड़ा पानी, थोड़ी हवा और थोड़ा सा सूरज ही तो चाहिए न
बेहतरीन चित्र एवं प्रस्तुति
शुभकामनाएं
वाह बेहतरीन
मम्मी जैसा चाहती है,चैतन्य तुम वैसा ही बनाना,
फिर तुम जैसा चाहोगे,, जमाना वैसा ही बनेगा ..
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