विंटर वेकेशन ख़त्म, स्कूल और ब्लॉग्गिंग फिर शुरू । अबकी बार अपने देश का यह ट्रिप बहुत अच्छा और मजेदार रहा । मैंने अपनी छुट्टियाँ जयपुर और मुंबई में बिताईं । वैसे इतना समय घूमने -फिरने, मस्ती करने में बिताने के बाद अब स्कूल जाने में थोड़ा आलस भी आ रहा है । सबसे ज्यादा बेहाल कर रहा है यहाँ का मौसम । कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है । आज का टेम्प्रेचर -35 डिग्री है । सुबह-सुबह स्कूल जाने के लिए पूरी तैयारी से निकलना पड़ता है ।
मैं ही हूँ.... चैतन्य |
स्कूल के लिए निकला हूँ..... |
देखिये ज़रा सुबह का चाँद ..... |
नन्हे पौधे बड़े परेशान.... |
पेड़ों का भी बुरा है हाल .... |
कार या घर में ही आराम है .....बस ..! |
34 comments:
कोई बात नहीं ....यह सब तो चलता रहता है .....आपकी छुट्टियाँ अच्छे से बीतीं यह जानकर बहुत अच्छा लगा . यह बात सही है कि सर्दियों के मौसम में ठण्ड के कारण सुबह आलस बना रहता है ...लेकिन मेरे भाई स्कूल जाना भी तो जरुरी है न ....और हाँ आपको नए साल कि शुभकामनाएं .....देर से ही सही .....!
आपने तो खूब मज़े किये हैं, बढ़िया है.
सुबह के समय इतना अँधेरा....तभी तो मैं सोचू रात को कौन सा स्कूल लग रहा है ??
बहुत नीमन लगा सुबह का चांद और तुम, आर्शिवाद।
चाँद भी बहुत सुन्दत और चैतन्य भी. छुट्टियों में मजे किये बधाई अब स्कूल में भे मजे करो और खूब लिखो
अरे भाई सर्दी से बच के रहना चैतन्य ......
हेल्लो चैतन्य ... बहुत दिनों बड़ा आना हुआ यहाँ तुम्हारा हाल भी चिन्मयी की तरह है ...पर चिन्मयी को इस तरह ढकना पसंद नहीं है पर करे क्या थडी का मामला है ...वो भी अभी विंटर वेकेशन और स्नो का मज़ा ले रही है ....
ठण्ड तो काफी हैं चैतन्य ...और आलस तो आता हैं यार कोई नहीं चलता हैं ये सब
अपना ख्याल रखना दोस्त! और हाँ मौसम का मज़ा भी लेते रहो।
कल 20/01/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच ।
लिंक आपका है यहाँ, कोई नहीं प्रपंच।।
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आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शुक्रवार (Friday) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
bahut hi sardi hai bhai .......
ठंड तो इस बार लखनऊ मे भी ज्यादा है। स्कूल जाते वक्त एहतियात करना ही ठीक है। चित्रों के माध्यम से संदेश अच्छा दिया है।
आपके फोटो देखकर तो मुझे भी ठंड लगने लगे हैं ,अपना ध्यान रखिए..
welcome back in blogging world .we miss you very much .
चैतन्य तुम तो एकदम ढक हि गये हो इन कपडो में..
सर्दी बहूत है अपना ख्याल रखना....
School ko bhi chuttiyon ki tarah enjoy karo :)
भाई चैतन्य जी मेरा एक शेर है -
खौफ़ का मंजर बदला जाये यह भी मुमकिन है
हाथ का पत्थर बदला जाये यह भी मुमकिन है
मौसम के डर से हम अपने घर का नक्शा क्यों बदलें
मौसम का डर बदला जाये यह भी मुमकिन है
स्कूल तो खुलना ही था। कोई बात नहीं, सर्दी कुछ ही सप्ताह की मेहमान है।
सर्दी बहूत है अपना ख्याल रखना.
बीत गईं ठण्डी की छुट्टी,लौट के चैतन्य घर को आये
अपना ध्यान रखिए ... शुभकामनाएं ।
छुट्टियाँ अच्छी बीतीं यह जानकर अच्छा लगा...अब फिर से स्कूल और पढ़ाई और हाँ ब्लॉगिंग भी:)ठण्ड भी तो बहुत है..बच कर रहिए|
यहाँ भी बहुत ठंड है..लेकिन तुम्हारे वहाँ से कम..ठंड से बचना.. सभी चित्र बहुत सुन्दर हैं..
:-)
सब कुछ सुन्दर.......ठंडा सा...नरम सा...प्यारा सा...
सभी फोटो बड़े अच्छे लग रहें हैं और कैसी रहि जयपुर की सकरात
हेलो फ्रेंड .......
मै काफी मिस कर रही थी आपको !
अब फिर से रूटीन शुरू है ना ? कोई बात नहीं !
शुभकामनायें ....चित्र बहुत सुंदर है ...
चाँद भी बहुत सुन्दत और चैतन्य भी| आर्शिवाद।
-३५ डिग्री सेल्सिय्स तापमान अरे बाबा रे ......
गणतंत्र दिवस की बधाई....
chaitany beta tumko dekh kr to maja aa gaya ......mera bhi mn ap subah ka chand dekhne ke liye aatut hai.
ye sab to hota hi rahata h dear
chaitanya ki badi pyari si photos..:)
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