हिंदी हमारी अपनी भाषा है । हमारी पहचान है । इसे बोलना-लिखना और इसके मान को बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है ।
मैं भी हिंदी लिखना सीख रहा हूँ । यहाँ स्कूल में हिंदी नहीं पढ़ाते इसीलिए जब तक मैं भारत नहीं लौट आता माँ मुझे हिंदी लिखना -पढना और अच्छे से बोलना भी, घर पर ही सिखा रही हैं । अब तक मैं हिदीं के सभी अक्षर लिखना सीख गया हूँ । आजकल छोटे-छोटे बिना मात्रा वाले शब्द भी लिख रहा हूँ । अब बारहखड़ी सीखने की तैयारी है ।
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हिंदी के अक्षर जो मैं लिख लेता हूँ ...... |
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बिना मात्रा के शब्द लिखना सीख गया हूँ .... |
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मेरे लिखे कुछ शब्द |
14 comments:
अरे वाह...लिखते तो बहुत सुन्दर हो...बधाई...हिन्दी दिवस की बधाई! मम्मी को भी दे ही देना... :)
अरे वाह...लिखते तो बहुत सुन्दर हो...बधाई...हिन्दी दिवस की बधाई! मम्मी को भी दे ही देना... :)
आपको तो सौ में सौ अंक मिलने चाहिये।
बहुत ही बढ़िया
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ!
अच्छा तो लिखते हो तुम सबको भी हिन्दी दिवस की बधाई।
वाह ... बहुत सुन्दर लिखा है ...
बधाई हो ... हिंदी दिवस की ...
हिन्दीदिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
आपका इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (15-09-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
सूचनार्थ!
सुन्दर अक्षर
हिंदी दिवस की शुभकामनाएँ...
:-) :-)
Hindi diwas par bdhai...
and thanx for comming on my blog... :)
वाह: बहुत सुन्दर.चैतन्य. हिन्दी दिवस की शुभकामनायें |
sahi kaha praveen ji ne aapko to poore 100 me se 100 marks milne chahiyen.हिन्दी दिवस की शुभकामनायें .औलाद की कुर्बानियां न यूँ दी गयी होती
बहुत ही बहुत सुन्दर.......
हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ!
प्रिय चैतन्य जी मजा आ गया तो हम भी यादों में खो गए उस समय वचपन में मिटटी पर लिखना खड़िया चाक से लिखना सेंठा की कलम से ऐसे ही
मात्रा भी अब लगाओ तो .......पवन ....पावन बन जाए ..दम दाम बन जाए और तब तो मन मगन हो जाए
शुभ कामनाएं
भ्रमर ५
वाह चैतन्य!! :)
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